आज हम सभी भक्तों के सामने Iskcon Temple Delhi ( इस्कॉन मंदिर दिल्ली ) की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं | इसके अलावा हम कालकाजी माता आरती की Lyrics उपलब्ध करवाएंगे |
इस्कॉन मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है इस मंदिर की शाखाएं पूरे भारत में फैली हुई है | यह मंदिर पूरे विश्व में फैला गया है, यह मंदिर पूरे विश्व में कृष्ण नाम जप का संचार करता है|
आप सब भक्त लोग जानते हैं भगवान विष्णु ने कृष्ण अवतार इस संसार को धर्म के मार्ग में चलाने के लिए धारण करा था | आपने महाभारत काल की कथा जरूर सुनी होगी | भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में धर्म के मार्ग में लोगों को चलाने के लिए अपनी बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी |
Table of Contents
Iskcon Temple की कहानी
- भगवान कृष्ण पूरे जगत के स्वामी हैं,वह इस संसार के पालन करता भी है, महाभारत युद्ध में उन्होंने अपनी बहुत बड़ी भूमिका निभाई | उन्होंने धर्म के मार्ग पर लोगों को चलना सिखाया | इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है|
- यह इतना सुंदर मंदिर है, कि इसकी शाखाएं पूरे विश्व में फैली गई है, इस मंदिर का एक ही कर्तव्य है| कृष्ण नाम जप पूरे विश्व में फैलाना | इस मंदिर की स्थापना श्रीमूर्ति श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने सन् 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी |
- कहा जाता है, स्वामी जी ने इस मंदिर कि स्थापना भगवान श्री कृष्ण के आदेश पर की थी | ताकि पूरे विश्व में कृष्ण नाम गूंजता रहे और यह नाम अमर रहे | इस्कॉन मंदिर में सब लोगों को एक ही बात सिखाई जाती है, कि वह हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा हरे हरे राम हरे राम राम हरे हरे मंत्र का जाप करें ताकि वह पूरे विश्व में यह मंत्र को बता सके और अपने रोम रोम में कृष्ण बसा ले |
Iskcon Temple Delhi की सम्पूर्ण जानकारी
Iskcon Temple Delhi समय
सोमवार से रविवार | सुबह – 4:30 AM To 1 PM शाम – 4 PM To 9 PM |
Iskcon Temple Delhi दूरी
New Delhi Railway Station | 13.5 km |
Kalkaji Mandir Metro Station | 2.6 km |
Indira Gandhi Airport | 15.8 km |
Lotus Temple | 2.5 km |
Iskcon Temple Delhi के अंदर की जानकारी
समर्पित | कृष्ण |
संस्थापक | स्वामी प्रभुपाद |
फोटोग्राफी | इस मंदिर पर फोटो खींच सकते हैं| मंदिर के अंदर कुछ जगह ऐसी है, जहां परफोटो फोटो खींचना मना है| |
Iskcon Temple Delhi – Gallery
Iskcon Temple Aarti In Hindi
जय जय गोराचाँदेर आरतिक शोभा।
जाह्नवी तट वने जगमन लोभा
दक्षिणे निताईचाँद बामे गदाधर।
निकटे अद्वैत श्रीवास छत्रधर
बसियाछे गौराचाँदेर रत्न-सिंहासने।
आरति करेन ब्रह्मा-आदि देवगणे
नरहरि आदि कोरि चामर ढुलाय।
सञ्जय मुकुंद वासुघोष आदि गाय
शंख बाजे घण्टा बाजे, बाजे करताल।
मधुर मृदंग बाजे परम रसाल
शंख बाजे घंटा बाजे, मधुर मधुर मधुर बाजे।
निताई गौर हरिबोल हरिबोल हरिबोल हरिबोल॥
बहु कोटि चन्द्र जिनि वदन उज्जवल।
गलदेशे वनमाला करे झलमल
शिव-शुक नारद प्रेमे गद्गद्।
भकति-विनोद देखे गौरार सम्पद
Iskcon Temple Aarti In English
Jai Jai Gorachande aartik shobha
Jahnavi tatvane jagaman lobha
Dakshine Nitaichand baame Gadadhar
Nikate Advait Shrivasa chatradhar
Basiyache Gorachande ratn-singhasane
Aarti karen Brahma-adi devgane
Narahari adi kori chamar dhulai
Sanjay Mukund Vasughosh adi gaai
Shankh baaje ghanta baaje baaje kartal
Madhur mridang baaje param rasal
Shankh baaje ghanta baaje madhur madhur madhur baaje
Nitaai Gaur Haribol Haribol Haribol Haribol
Bahu koti chandra jini vadana ujjwal
Galadeshe vanmala kare jhalmal
Shiv-Shuk Narad preme gadgad
Bhakti-vinod dekhe Gaurar sampad
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